झाँसी,13 साल पूर्व हुए चौहरे हत्याकांड के मामले में एक पक्ष द्वारा दूसरे पक्ष पर लगातार फर्जी मुकदमा दर्ज कराने तथा हत्या के मुकदमे में राजीनामा का दबाव बनाए जाने का आरोप लगाया गया है। इस मामले को लेकर नारायण बाग तिराहा पर रहने वाली रामरती ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को शिकायती प्रार्थना पत्र देते हुए बताया कि 30 मार्च वर्ष 2007 को नारायण बाग तिराहे पर 4 लोगों की सामूहिक हत्या हुई थी। इस मामले में उसके एक पुत्र के खिलाफ मुकदमा कायम कराया गया था, जिसमें पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। न्यायालय द्वारा सजायाफ्ता कर दिए जाने के कारण वर्तमान में वह जेल में है। इस घटना के अगले ही दिन विपक्षियों ने उसके पति शेर सिंह यादव का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी थी। इस मामले में पुलिस में मुकदमा कायम कराया गया था। इस मुकदमे की पैरवी उसका दूसरा पुत्र ऋषिपाल कर रहा है। आरोप लगाया गया है कि विपक्षियों द्वारा लगातार ऋषिपाल के खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज कराए जा रहे हैं, ताकि वह हत्या के मुकदमे की पैरवी नहीं कर सके। पिछले दिनों ऋषिपाल द्वारा जुआ खिलवाये जाने का भ्रामक प्रचार सोशल मीडिया पर किया गया। इसके अलावा किसी रवि वर्मा नामक युवक ने कोतवाली में फर्जी मुकदमा कायम करा दिया, जबकि इसी युवक ने पूर्व में भी हरिजन उत्पीड़न का मुकदमा कायम कराया था, जो जांच में गलत पाया गया था। प्रार्थना पत्र में रामरती ने पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कर कार्रवाई किए जाने की गुहार की।