झाँसी, १२ वीं के छात्रों को फोन करके पास करने के नाम पर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है, फेल बच्चे को पास करने के नाम पर पैसा मांगा जा रहा हैं, जिले के कई छात्रों के पास कल फोन आए और फोन पर व्यक्ति ने बोर्ड के क्लर्क होने की बात कही। फोन करने वाले व्यक्ति ने किसी के फिजिक्स तो किसी के मैथ्स में फेल होने की बात कही और फिर कहा कि 4500 देने पर उसे पास कर देगा, अच्छी तरह समझ लो फेक काल की सूचना छात्रों ने अपने परिजनों को दी, जिस पर तत्काल मामले को समझने के लिए एनएसयूआई के आकाश पराशर ने तुरंत फोन करके उस व्यक्ति से बात की और उसने पैसे की बात दोहराई। जिस पर कॉल रिसीव करने वाले ने कह दिया या तो ₹4500 देकर बेटे को पास करवा लो या अगले साल परीक्षा में बैठाने का इंतजाम कर लो मेरे पास ज्यादा वक्त नहीं है, यह बात अच्छी तरह समझ लो, खुद भी जागरूक हो दूसरों को करें गौरतलब है कि लॉक डाउन की वजह से इंटर और हाईस्कूल की परीक्षा का रिजल्ट लेट हो गया है, इस बात का फायदा उठाते हुए फर्जी कॉल करने वाले बच्चों को झांसे में ले रहे हैं, फोन करके कहा जाता है कि बच्चा इस विषय में फेल हो गया है, ₹4500 जमा करवा दो, बैंक के माध्यम से, गूगल पे के माध्यम से मनी ट्रांसफर के माध्यम से या अन्य किसी माध्यम से पैसा ट्रांसफर करवा दो तो बच्चा पास कर दिया जाएगा, अन्यथा बच्चा फेल हो जाएगा और उसको अगले साल दोबारा एग्जाम देना पड़ेगा, बच्चे और उनके माता-पिता से यह भी कहा जाता है कि मैं इंटर बोर्ड काउंसलिंग इलाहाबाद से बोल रहा हूं, इस तरह के किसी भी कॉल को गंभीरता से लें, बच्चे को पास करने या कराने की क्षमता किसी भी व्यक्ति की नहीं होती, बच्चे ने जो एग्जाम दिया है उसी के आधार पर उसकी अंक तालिका सामने आएगी, स्कूल के माध्यम से या बोर्ड के माध्यम से इस तरह का फोन कॉल करके पैसा नहीं मांगा जाता, इसलिए अलर्ट रहें और ध्यान दें कि फेक कॉल की जानकारी तुरंत संबंधित थाने को दें, सर्विलांस पर लगाया नंबर प्रदेश उपाध्यक्ष एनएसयूआई प्रतिनिधि मंडल ने अभिषेक प्रताप के नेतृत्व में सीओ सिटी को प्राथना पत्र सौंपते हुए इसपर जांच की मांग उठाई, सीओ सिटी ने न. को सर्विलांस पर लगाने के लिए प्रेषित कर जांच का आश्वासन दिया।