बधाई-बुंदेलखंड विश्वविद्यालय को UGC से मिला ‘कैटेगरी-I’ दर्जा, UP के 4 विश्वविद्यालय में BU शामिल

samwadbundelkhand.com | Updated : 14/07/25 13:30 PM

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Jhansi

झाँसी, बुंदेलखंड विश्वविद्यालय, झाँसी ने भारतीय उच्च शिक्षा प्रणाली में एक ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज करते हुए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा प्रदत्त 'कैटेगरी-I विश्वविद्यालय' का प्रतिष्ठित दर्जा प्राप्त किया है। यह सम्मान न केवल संस्थागत योग्यता और अकादमिक उत्कृष्टता का प्रमाण है, बल्कि विश्वविद्यालय की प्रशासनिक पारदर्शिता, अनुसंधान क्षमताओं और नवाचारशील सोच का सशक्त प्रदर्शन भी है। उल्लेखनीय है कि देशभर के केवल 24 विश्वविद्यालयों को यह दर्जा प्रदान किया गया है और उत्तर प्रदेश राज्य में यह उपलब्धि मात्र चार विश्वविद्यालयों को ही प्राप्त है। गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ विश्वविद्यालय द्वारा Echoes of Excellence(श्रेष्ठता की गूंज- II) का आयोजन आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (IQAC) द्वारा किया और समारोह ने विश्वविद्यालय परिसर को उत्साह, गर्व, सम्मान और प्रेरणा से भर दिया । कार्यक्रम का संचालन IQAC निदेशक प्रो. सुनील कुमार कबिया ने किया, जिन्होंने माननीय कुलपति प्रो. मुकेश पांडेय, रजिस्ट्रार, डीन, विभागाध्यक्षों एवं समस्त शिक्षकों का हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन किया और इस विलक्षण सफलता के पीछे कुलपति जी की अनथक मेहनत, शिक्षकों का योगदान एवं IQAC टीम के समर्पण, अनुशासन और रणनीतिक नेतृत्व का परिणाम है । IQAC निदेशक प्रो. सुनील कुमार कबिया ने अपने संबोधन में कहा कि यह उपलब्धि महज़ एक दर्जा नहीं, बल्कि दीर्घकालिक योजना, डेटा-प्रबंधन, नवाचार और गुणवत्ता संस्कृति के एकीकृत प्रयास का परिणाम है। यह विश्वविद्यालय की संस्थागत प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है, जिसने गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा और प्रशासनिक पारदर्शिता को अपनी कार्यसंस्कृति का अभिन्न अंग बनाया है। प्रो. कबिया ने ‘कैटेगरी-I’ दर्जा होने से प्राप्त होने वाले लाभों पर भी प्रकाश डाला । इस अवसर पर कुलपति प्रो. मुकेश पांडेय ने कहा कि "UGC कैटेगरी-I का दर्जा प्राप्त करना न केवल विश्वविद्यालय की अकादमिक और शोध क्षमताओं की पुष्टि है, बल्कि यह हमारे सामूहिक परिश्रम, दूरदृष्टि और संस्थागत संस्कृति की उत्कृष्टता का प्रमाण है। यह उपलब्धि बुंदेलखंड विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर नई पहचान दिलाएगी।" उन्होंने IQAC निदेशक प्रो. सुनील कबिया, डॉ. ऋषि सक्सेना, ई. साबिर अली, डॉ. दीपक तोमर सहित सभी सदस्यों के योगदान की सराहना की और समारोह में उपस्थित शिक्षकों को गुलाबों का गुलदस्ता भेंट कर उनका सम्मान भी किया। श्री राज बहादुर सिंह, कुलसचिव ने भी इस अवसर पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह मान्यता हमें भविष्य में और अधिक उत्तरदायी, नवाचारपरक और अकादमिक दृष्टि से आत्मनिर्भर संस्थान के रूप में कार्य करने की प्रेरणा प्रदान करती है। श्री सिंह ने यह भी कहा की यह उपलब्धि बुंदेलखंड विश्वविद्यालय को NAAC A++ ग्रेड की सफलता के पश्चात एक और निर्णायक ऊँचाई पर पहुँचाती है, जो इसे एक ग्लोबल नॉलेज हब के रूप में स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। यह विश्वविद्यालय के लिए केवल सम्मान नहीं, बल्कि भावी उत्तरदायित्वों और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के लक्ष्यों को मूर्त रूप देने की प्रेरणा है। UGC द्वारा प्रदान किए गए कैटेगरी-I दर्जा से विश्वविद्यालय को कई विशिष्ट अधिकार प्राप्त हुए हैं, जैसे कि स्वतः 12B स्टेटस, जिससे UGC और केंद्र सरकार की रिसर्च ग्रांट प्राप्त करने की पात्रता मिलती है। विश्वविद्यालय अब बिना अनुमति के नए स्कूल, विभाग, पाठ्यक्रम और सेंटर शुरू कर सकता है। ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग और ऑनलाइन प्रोग्राम को शुरू करने की स्वतंत्रता, ऑफ-कैंपस यूनिट्स और घटक इकाइयाँ स्थापित करने की छूट, नवाचार के लिए रिसर्च पार्क और इनक्यूबेटर विकसित करने की क्षमता भी इसमें शामिल हैं। साथ ही, विश्वविद्यालय विदेशी फैकल्टी को नियुक्त कर सकता है, विदेशी छात्रों को प्रवेश दे सकता है, और अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के साथ शैक्षणिक सहयोग भी स्थापित कर सकता है। इस दर्जे से न केवल विश्वविद्यालय की ब्रांड वैल्यू में वृद्धि होगी, बल्कि शोध, प्लेसमेंट और वैश्विक रैंकिंग में भी उल्लेखनीय सुधार की संभावना है। इस अवसर पर कुलपति जी ने सभी शिक्षकों को सम्मानित किया एवं भविष्य में अनुसंधान और शिक्षण को और उत्कृष्ट किया जाये । कार्यक्रम में प्रो. अर्चना वर्मा, प्रो. देवेश निगम, प्रो. आलोक वर्मा, डॉ. अनुपम व्यास, डॉ. लवकुश द्विवेदी, प्रो. अपर्णा राज, अनिल बोहरे, डॉ. अतुल खरे, डॉ. सुनील त्रिवेदी, डॉ. सुनील प्रजापति, डॉ. पीयूष भारद्वाज, डॉ. अमरजोत वर्मा, डॉ. श्वेता पांडेय, हेमंत चंद्रा, हितिका यादव, डॉ. ऋषि सक्सेना, डॉ. कौशल त्रिपाठी, डॉ. विजय यादव, डॉ. संदीप यादव, डॉ. अग्रवाल, डॉ. कमलेश बिलगैयाँ, डॉ. ज्योति मिश्रा, डॉ. प्रतिज्ञा पाठक, डॉ. ऋतु सिंह, डॉ. आशीष वर्मा, डॉ. आकाश कुमार, डॉ. राजेश कुमार, डॉ. राधिका चौधरी, डॉ. ज़ाकिर अली, ई. शशिकांत, डॉ. जी. के. श्रीनिवासन, डॉ. शिप्रा सक्सेना, प्रो. पूनम पूरी, डॉ. किस्मत छिल्लर, डॉ. शंभु नाथ सिंह, प्रो. पुनीत बिसारिया, डॉ. शुभांगी निगम, श्री सुनील कुमार सेन, श्री शेख अंजुम, जे. श्रीदेवी जेट्टी, डॉ. प्रशांत मिश्रा, डॉ. राजीव बाबेले, डॉ. जितेन्द्र कुमार बबेले, ई. ललित गुप्ता, ई. साबिर अली, डॉ. शिविका भटनागर, प्रियल चतुर्वेदी, डॉ. प्रेम प्रकाश, डॉ. प्रकाश चंद्र, श्री उदय प्रताप सिंह, अरविंद चौहान,जीतू कुमार उपस्थित रहे एवं कार्यक्रम के समापन पर वोट ऑफ़ थैंक्स डॉक्टर ऋषि सक्सेना द्वारा प्रस्तुत किया गया ।



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