झांसी, झांसी जिला ग्रीन जोन में ऐसे ही नहीं है, इसके लिए प्रशासनिक टीम ने जो जद्दोजहद की उसके उससे ज्यादा लोग वाकिफ नहीं है, यह जानकर सभी को आश्चर्य होगा कि 11750 परिवारों पर प्रशासन की सीधी निगाह थी, 20 हजार से ज्यादा लोग होम क्वारन्टीन रहे, झांसी डीएमआंद्रा वामसी और सीडीओ निखिल टीकाराम फुंडे ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ रणनीति बनाई, जिसमें नगर को चार बड़े सेक्टर में बांटा गया, नगर निगम क्षेत्र का नोडल अधिकारी नगर आयुक्त बनाया गया, डोर टू डोर सर्वे डोर टू डोर सर्वे में उन लोगों को चिन्हित किया गया, जो लोग12 मार्च के बाद विदेश यात्रा से और 23 मार्च के बाद स्वदेश से झांसी जिले में आए थे, लॉक डाउन पीरियड में झांसी आए हुए लोगों पर निगाह रखी जा रही थी, इसमें प्राइवेट स्कूल की टीचर, सिविल डिफेंस, धर्मगुरु, सब्जी वाले, बिजली बिल कलेक्शन बाय, ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत अधिकारी, लेखपाल रोजगार सेवक, सफाई कर्मी, राशन विक्रेता सक्रिय होकर घर घर की सूचना जिला प्रशासन के पास दे रहे थे, चिंता की कोई जरूरत नहीं जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि छावनी परिषद बबीना, मेडिकल कॉलेज केंपस, बीआईईटी, पारीछा टाउनशिप, बीएचईएल आदि क्षेत्रों पर भी सर्वे करा लिया गया है, उन सभी लोगों का डाटा जिला प्रशासन के पास में है, जो लोग बाहर से आए हैं, आम जनता को जागरूक करने के लिए ऐसे लोगों के घर के बाहर स्टीकर लगा दिए गए थे, व्यक्ति बाहर से आए हुए हैं, जिससे कि लोग सचेत रहे, जिलाधिकारी ने स्पष्ट कर दिया कि लॉक डाउन टू चल रहा है जरूरी सामान के लिए ही घर से बाहर निकले अन्यथा लॉक डाउन तोड़ने की कार्यवाही की जाएगी, डीएम ने आश्वस्त किया कि यदि सभी लोगों ने केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन किया तो कोरोनावायरस हमें छू भी नहीं पाएगा चिंता की कोई बात नहीं है,