झांसी, कोतवाली इलाके के सलीम बाग में रहने वाले वसीम को महिला थाने बुलाया गया, महिला थाने में वसीम की पत्नी ने शिकायती पत्र दिया था, जिसमें उत्पीड़न की शिकायत की गई थी, दोनों पक्ष जब सामने आए तो मामले का सच बाहर आया, पत्नी बच्ची बेहाल पीड़िता ने बताया कि वसीम पत्नी और बच्ची से ज्यादा अपने मां बाप का ध्यान रखता है, पिछले दिनों वसीम ने माता-पिता का मकान छोड़कर किराए से मकान ले लिया, जिसके बाद मुफलिसी ने घेर लिया, पीड़िता और उसकी बेटी खाने खर्चे को परेशान रहती है और पति मां बाप के घर जाकर उन्हें अपनी कमाई थमा देता है, जिसकी वजह से आर्थिक स्थिति काफी कमजोर हो गई है ,आए दिन झगड़ा होता रहता है, कुछ दिनों पहले वसीम ने कह दिया कि तुम अपने मायके चले जाओ इसके बाद विवाद बढ़ गया और मामला थाने तक पहुंच गया, साहब इतनी कमाई नहीं है मेरी महिला थाने पहुंचे वसीम ने बताया कि उस पर लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं, आए दिन झगड़ा ना हो इस वजह से अलग किराए का मकान ले लिया फिर भी घर में झगड़ा होता रहता है पत्नी कहती है कि तुम सारी कमाई माता पिता को दे आते हो, जबकि यह झूठ है मेरी इतनी कमाई नहीं की पत्नी बेटी की परवरिश कर लूं और माता-पिता को भी पैसे दे आऊं, मैं तो शांति से जीवन जीना चाहता हूं गौरतलब है कि 7 साल पहले वसीम का प्रेम विवाह हुआ था शुरुआती चार साल तो काफी ठीक गुजरे लेकिन बाद में पति-पत्नी में झगड़ा होने लगा, मामला थाने तक पहुंच गया हालांकि महिला थाने में दोनों पक्षों को समझाया गया एक-दूसरे की जरूरतों पर चर्चा की गई और तय किया गया कि वसीम अपनी पत्नी को किराए वाले मकान में ही रखेगा और अपने माता-पिता से कम ताल्लुक रखेगा ज्यादा ध्यान पत्नी और बेटी पर देगा दोनों पक्षों में रविवार को राजीनामा हो गया है,