डीएम के एक्शन से थर्राया जिला अस्पताल, आधा दर्जन की रोकी वेतन,, जानिए क्यों

samwadbundelkhand.com | Updated : 30/05/20 02:43 AM

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Jhansi

झांसी, जिला अस्पताल में कभी सैकड़ों मरीज हर दिन इलाज के लिए आते थे, लेकिन लॉक डाउन के बाद से जिला अस्पताल बीमार तो नजर आ रहा है, यहां मरीजों की आने की संख्या भी कम हुई है और जो मरीज आते हैं उनका पर्याप्त इलाज भी नहीं हो पाता, अधिकतर मरीजों को मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया जाता है, जिसकी वजह से मरीज और तीमारदारों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है, कुछ शिकायत मिलने के बाद जिलाधिकारीआंद्रा वामसी ने जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया, जिसमें सामने आया कि चिकित्सक नर्स और अन्य स्टाफ मनमानी कर रहा है, वक्त बेवक्त आना प्राइवेट इलाज करना, लोगों को परेशान करना आम बात है, यह देखते हुए डीएम झांसी आंद्रा वामसी ने आधा दर्जन चिकित्सा मुलाजिमों की तनख्वाह रोक दी है, रोका गया वेतन DM आंद्रा वामसी ने बताया कि जिला अस्पताल से बार बार शिकायत मिल रही थी कि मौके पर डॉक्टर मिलते नहीं है, जिस पर डॉक्टर सुनीता भदोरिया, डॉ शिकाफा जाफरीन, एक्स-रे रूम में लापरवाही मिलने पर टेक्नीशियन, अल्ट्रासाउंड सेंटर में गंदगी मिलने पर आर के सिंह मेहरा, डॉक्टर एम एस राजपूत का वेतन रोका गया है, इमरजेंसी वार्ड में मरीज के करीब धूल मिलने पर नर्स साधना के खिलाफ एफआइआर कराई जा रही है, इसके अलावा अनदेखी करने पर सीएमएस डॉक्टर एम सी वर्मा को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गई है,



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