बाबा अंबेडकर सिर्फ एक समाज सुधारक ही नहीं, नारी उत्थान के लिए भी किया काम

samwadbundelkhand.com | Updated : 06/12/20 06:56 AM

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Jhansi

झांसी, ललित कला संस्थान बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में आयोजित तीन दिवसीय वार्षिक चित्र प्रदर्शनी "कला अभिव्यक्ति 2020" के समापन अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठ चित्रकार किशन सोनी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि कला एक अनंत यात्रा है, पूरा ब्रह्मांड आपका कैनवास है, कलाकार बड़ी लगन से कार्य करते हुए कला का श्रजन करता है आप अपनी सोच को बड़ा कीजिए, उसका विस्तार कीजिए और सिर्फ अपने शहर के बारे में नहीं पूरे ब्रह्मांड में क्या घटित हो रहा है उसके बारे में सोचिए और उसे अपने चित्रों के माध्यम से दुनिया को दिखाइए। इस मौके पर झांसी महिला व्यापार मंडल के अध्यक्ष शालिनी गुरबक्सानी ने छात्रों की प्रतिभा को सराहा और उन्हें प्रेरित किया कि वह और बेहतर कार्य करते रहें संस्थान के स्टूडेंट्स कला के क्षेत्र में झांसी का नाम नेशनल लेवल पर रोशन कर रहें है छात्रों को यह समझाया राष्ट्रीय चित्रकार कामिनी बघेल ने सभी को शुभकामनाएं दी और बाबा साहब अंबेडकर के जीवन से प्रेरणा लेने के लिए भी कहा और छात्रों को यह समझाया कि बाबा भीमराव अंबेडकर सिर्फ एक समाज सुधारक ही नहीं नारी के उत्थान के लिए भी काम करने वालों में से थे, अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त वरिष्ठ पत्रकार डॉ उमाशंकर भारती ने युवा कलाकारों को या कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर का उद्देश्य शिक्षा संगठन और संघर्ष था और सभी को इन्हीं से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ना चाहिए और उसके साथ ही उन्हीं को अपने चित्रों में दिखाना चाहिए। आप अपने कार्यों को और बुंदेलखंड की लोक चित्रकार डॉ मधु श्रीवास्तव ने कलाकारों को संबोधित करते हुए कहा कि आप अपने कार्यों को और मौलिक करने का प्रयास कीजिए कंप्यूटर और इंटरनेट का प्रयोग सिर्फ कम से कम कीजिए और ज्यादा से ज्यादा अपने विचारों पर ध्यान दीजिए और उन्हीं को और बेहतर करने की कोशिश कीजिए। कार्यक्रम की रूपरेखा संस्थान की समन्वयक डॉ सुनीता ने अतिथियों के सामने रखी और उन्हें यह बताया की संस्थान के स्टूडेंट्स संस्थान को निरंतर आगे बढ़ाने की कोशिश में लगे रहते हैं।इस अवसर पर संस्थान में डॉ भीम राव अंबेडकर के 65वे महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर चित्रकला एवं मूर्तिकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया पत्रकारिता विभाग के समन्वयक डॉ. कौशल त्रिपाठीने प्रतिभागियों को शीट प्रदान कर प्रारंभ किया, जिसमें अनेको छात्रों ने प्रतिभाग किया। इस प्रतियोगिता में राजकुमार ने प्रथम , देव नामदेव ने द्वितीय और नंदिनी कुशवाहा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। मूर्तिकला में संस्थान के नरेंद्र प्रजापति को विशेष पुरस्कार प्रदान दिया गया। कार्यक्रम का संचालन ललित कला संस्थान के डॉ बृजेश सिंह परिहार ने किया और आभार दिलीप कुमार ने व्यक्त किया। इस अवसर पर ललित कला संस्थान के डॉ अजय कुमार गुप्ता, कमलेश कुमार, संस्कृति, काजल, फातिमा, देव,शास्वत, राजकुमार, सुबोध, उद्देश्य, लीलाधर और अन्य छात्र मौजूद रहे।



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