बिजली को गुलाम करने की चल रही है तैयारी , आमजन का जीवन जीना होगा हराम।

samwadbundelkhand.com | Updated : 30/09/20 09:42 AM

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Jhansi

आज दिनाँक 30.09.2020 को अपराह्न 02 बजे से 05 बजे तक पूर्वांचल विधुत वितरण निगम लिमिटेड के विघटन व निजीकरण के प्रस्ताव के विरोध में आज 31 वें दिन विरोध सभा कार्यालय मुख्य अभियंता वितरण झाँसी क्षेत्र के प्रांगण में आयोजित की गई जिसमें जनपद झांसी के समस्त अधिकारियों, अवर अभियंताओं एवं कर्मचारियों ने प्रतिभाग किया। विरोध सभा को संबोधित करते हुए उपखंड अधिकारी मुकेश चौरसिया ने कहा कि वर्ष 2000 में उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत परिषद के विघटन के समय 77 करोड़ रु० का सालाना घाटा था जो सरकार की गलत नीतियों व कुप्रबंधन के चलते अब सकल घाटा 95000 करोड़ रू० का हो गया है। ग्रेटर नोएडा के निजीकरण एवं आगरा के फ्रेंचाइजीकरण से पावर कारपोरेशन को प्रतिवर्ष अरबों रुपयों का घाटा हो रहा है सरकार को इस पर पुनर्विचार करना चाहिए। श्री रामअवतार क्षेत्रीय अध्यक्ष उत्तर प्रदेश बिजली कर्मचारी संघ ने विरोध सभा को संबोधित करते हुए कहा कि दिनांक 24.09.2020 से विरोध सभा कार्यक्रमों से यदि सरकार उक्त निजीकरण के प्रस्ताव को वापस नहीं लेती है तो दिनांक 05.10.2020 को सभी ऊर्जा निगमों के समस्त बिजली कर्मचारी, जूनियर इंजीनियर व अभियंता पूरे दिन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सहित पूर्ण कार्य बहिष्कार कर विरोध सभाएं करेंगे और यदि शांतिपूर्ण ध्यानाकर्षण के दौरान किसी भी कर्मचारी का उत्पीड़न किया गया अथवा किसी कर्मचारी को गिरफ्तार किया गया तो बिना कोई नोटिस दिए उसी समय तमाम बिजली कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे और सामूहिक जेल भरो आंदोलन प्रारंभ कर दिया जाएगा। राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के अवर अभियंता इं० सुनील गौतम ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में उक्त निजीकरण के विरोध में विरोध सभाएं हो रही हैं एवं कहा कि कल दिनांक 01.10.2020 को साईं 4:00 बजे से केंद्रीय पदाधिकारी इं० बी०पी० सिंह अध्यक्ष उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत परिषद अभियंता संघ, इं० जयप्रकाश महासचिव राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन एवं श्री महेंद्र राय मुख्य महामंत्री उत्तर प्रदेश बिजली कर्मचारी संघ सभा में उपस्थित होकर विरोध सभा को संबोधित करेंगे एवं आगे की रणनीति से अवगत कराएंगे। विरोध सभा को संबोधित करते हुए इं० डी० यादवेंदु ने कहा कि सरकार के प्रस्ताव के अनुसार पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम का विघटन कर तीन छोटे निगम बनाए जाएंगे और उनका निजीकरण किया जाएगा जबकि विघटन और निजी करण दोनों ही जनहित एवं कर्मचारी हित में नहीं है। पूर्व में हुए विघटन और निजीकरण का अगर विश्लेषण किया जाए तो दोनों से विफलता हासिल हुई है और पावर कारपोरेशन को अत्यधिक घाटा हुआ है। विरोध सभा में अधिशासी अभियंता इं०रविंद्र बाबू सहायक अभियंता इं० चंद्रेश तोमर, इं० शोभित दीक्षित ,इं० सुनील, इं० धर्मवीर अवर अभियंता इं० संजीव प्रभाकर, इं० अमित सक्सेना, इं० रोहित, इं०दीपा, इं०वर्षा, इं०सुमन कार्यालय सहायक श्री सुमंत चतुर्वेदी श्रीमती नंदनी टीजी-02 श्री वरुण चतुर्वेदी, श्री रवि निरंजन, श्री शमीम आदि सहित समस्त कर्मचारी उपस्थित रहे। सभा की अध्यक्षता एवं संचालन शोभित दीक्षित झांसी ने किया।



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