जनपद में अवैध संयोजन एवं बिजली चोरी के खिलाफ अभियान तेज, इन पर होगी सीधी F I R

samwadbundelkhand.com | Updated : 23/09/20 04:25 AM

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Jhansi

झांसी, जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने विकास भवन सभागार में विद्युत विभाग के कार्यों की समीक्षा बैठक में अध्यक्षता करते हुए कहा कि जनपद में अवैध विद्युत संयोजन एवं बिजली चोरी के खिलाफ अभियान चलाया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि अभियान ऐसे ग्रामों से शुरू हो जहां सबसे अधिक विद्युत चोरी की शिकायत है। अभियान की जानकारी क्षेत्र के उप जिलाधिकारी को अवश्य दें ताकि पुलिस बल की मदद ली जा सके। उन्होंने ताकीद करते हुए कहा कि अधिकारी क्षेत्र के एसडीएम से लगातार संवाद बनाए रखें ताकि जब समस्या हो तो त्वरित उसका निदान किया जा सके। शाहजहांपुर की घटना को संज्ञान समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी ने विगत दिनों शाहजहांपुर की घटना को संज्ञान में लेते हुए कहा कि जब भी इंफोर्समेंट की कार्यवाही करें, तो क्षेत्र के एसडीएम को अवश्य सूचित करें। जनता आपको पहचानती नहीं है इसी वजह से अभद्रता करती है। अतः सूचना देने पर आपको पुलिस फोर्स उपलब्ध होगी और आप सुरक्षित कार्यवाही कर सकेंगे। उन्होंने इस दौरान बेहतर व्यवहार किए जाने का भी सुझाव दिया। ट्यूबवेल के लिए अवैध संयोजन हेतु असुरक्षित चाइना वायर के खिलाफ भी अभियान चलाए जाने के निर्देश दिए। इस तार से ट्रांसफार्मर पर लोड पड़ता है तथा आपूर्ति में भी गड़बड़ी होती है। जिलाधिकारी ने क्षेत्र में विद्युत फाल्ट को जल्द ठीक करने के भी निर्देश दिए। कर-करेत्तर वसूली जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग के कार्यो की समीक्षा करते हुए कर-करेत्तर वसूली में तेजी लाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने तहसील स्तर पर बड़े बकायेदारों पर अधिक फोकस करने का सुझाव दिया। विभाग का वार्षिक लक्ष्य 626.4600 करोड़ है जिसके सापेक्ष माह अगस्त तक 190.9600 करोड़ की ही वसूली की जा सकी जो वार्षिक लक्ष्य 435.5000 करोड़ कम है। उन्होंने आरसी वसूली की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए और कहा कि उप जिलाधिकारी से संवाद स्थापित करते हुए आरसी वसूली में तेजी लाएं। जनपद में 1628 आरसी जारी की गई, ग्रामीण क्षेत्र में सुगम जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि अवैध विद्युत संयोजन पर अभियान चलाकर कार्रवाई तो की जाए साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में सुगम संयोजन हेतु जागरूकता अभियान चलाया जाए ताकि लोग अवैध संयोजन के स्थान पर वैध संयोजन ले सके। नगरी क्षेत्र में इस योजना के अंतर्गत 61 संयोजन ही निर्गत किए गए जो कम है। उन्होंने विभिन्न स्तर से प्राप्त शिकायतों की समीक्षा करते हुए कहा कि शिकायतों का निस्तारण समय सीमा में किया जाना सुनिश्चित हो। शिकायत डिफाल्टर श्रेणी में और लंबित ना रखे। समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी ने मऊरानीपुर, समथर, गरौठा, गुरसराय, बबीना तथा टहरौली में विद्युत आपूर्ति की लगातार शिकायतें प्राप्त होने की वजह की जानकारी ली और उसका निस्तारण जल्द किए जाने के निर्देश दिए। इस मौके पर सीडीओ शैलेष कुमार, अधीक्षण अभियंता नगरीय एसआर गर्ग, अधिशासी अभियंता ग्रामीण शैलेंद्र कुमार कटियार, अधिशासी अभियंता नगरी डी यादुवेंद्र, अधिशासी अभियंता ग्रामीण द्वितीय मनोज कुमार राय, अधिशासी अभियंता नगरी अद्वितीय श्री अनुभव कुमार, अधिशासी अभियंता कार्यशाला श्री एस के माथुर सहित समस्त एसडीओ व जेई उपस्थित रहे।



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