दो बूंद पानी के लिए सरिये का कीला, जल संस्थान की मनमानी के आगे ईओ बेहाल

samwadbundelkhand.com | Updated : 21/07/20 05:08 AM

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Jhansi

रिपोर्ट-आकाश राठौर,दीपक महाजन झाँसी। नगर पंचायत बड़ागांव में इन दिनों सबसे बड़ी समस्या पेयजल की है, पंचायत में दस वार्ड हैं, जिनमें लगे अधिकांश हैंडपंप खराब पड़े हुए हैं। लोगों की माने तो इनमें माइनर समस्या है इसे आसानी से ठीक किया जा सकता है। कोरोना महामारी के बीच नगरवासियों को घर से दूरदराज जाकर पानी लाना पड़ रहा है। इस मामले की जानकारी नगर पंचायत बड़ागांव अधिशासी अभियंता को हुई तो उन्होंने जल संस्थान को इसकी सूचना दी, लेकिन संस्थान इस विकराल समस्या को गंभीरता से नहीं ले रहा है फलस्वरूप समस्या जस की तस है। फिलहाल अधिशासी अभियंता ने लिखित रूप से हैंडपंपों को ठीक कराने की लिए कहा है। तीन माह से हैंडपम्प खराब नगर पंचायत बड़ागांव में कहने को तो सभी वार्डों में हेडपंप हैं लेकिन चालू कुछ ही है किसी हैंडपंप की चैन खराब है तो अन्य में तकनीकी समस्याएं हैं। तकियापुरा निवासी राहुल गुप्ता बताते हैं कि उनके वार्ड में लगे नल की चेन कई दिनों से टूटी पड़ी है जिससे नल नहीं चल पाता लोग अपने घरों से सरिये का कीला बना कर लाते हैं तब जाकर बड़ी मशक्कत के बाद पानी निकल पाता है। 3 माह से परेशान बाजार में रहने वाले देवेंद्र झा का कहना है यहां हैडपंप तीन महीने से खराब पड़ा है जिस कारण उन लोगों को पेयजल के लिए दूर जाना पड़ता है। बाज़ार वार्ड में ही रहने वाले सुरेश झाँ बताते है कि मेरे घर के सामने हेडपम्प तो लगा है,लेकिन कभी भी ये सही नही रहता बार बार कोई ना समस्या हो जाती है जिससे कि पानी ना होने के कारण रोजमर्रा की जरूरतों के लिये काफी परेशान होना पड़ता है गंभीरता नहीं दिखा रहा जल संस्थान नगर पंचायत अधिशासी अभियंता श्याम करण ने बताया कि जब उनको हैडपंप के खराब होने की जानकारी मिली तो उन्होंने इसकी मौखिक रूप से जल संस्थान को इन्हें ठीक करने को कहा लेकिन इसके बावजूद भी इस पर ध्यान नहीं दे गया दिया गया अब दोबारा से लिखित रूप से हैंडपंपों को दुरस्त करने की बात कही है।



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