झांसी का गढ़मऊ होगा डिजिटल, पुलिस व एनएसएस की रणनीति तय

samwadbundelkhand.com | Updated : 26/06/20 04:07 AM

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Jhansi

झाँसी। जनपद झांसी का ग्राम गढ़मऊ अब शिक्षा के क्षेत्र में डिजिटल होने जा रहा है, राष्ट्रीय सेवा योजना के सदस्य प्रत्येक रविवार को यहां पर पढ़ाने के लिए आएंगे। एनएसएस व पुलिस संयुक्त रूप से यहां बच्चों को शिक्षित करने के उद्देश्य काम कर रही है। इस गांव में एनएसएस व पुलिस द्वारा संयुक्त रुप से प्रवासी मजदूरों को लाभान्वित करने के उद्देश्य कार्यक्रम रखा गया। जिसमें बच्चों को बैग दिए गए, महिलाओं को साड़ी बांटी गई साथ ही पुरुषों को गमछा दिया गया। वही बैग पाकर बच्चे खुश नजर आए। एसपी सिटी ने किया उत्साहवर्धन कार्यक्रम के दौरान एसपी सिटी राहुल श्रीवास्तव ने कोविड 19 से बचाव को लेकर बच्चों से सवाल जवाब भी किए। जिसमें यह बच्चे कोरोना से सावधान प्रति जागरूक नजर आए। बच्चों ने बताया कि जब भी वह खेलने जाते हैं तो मास्क लगाकर रखते हैं घर आने पर हाथ पैर मुँह को अच्छे से साफ करते हैं। इस पर वहां मौजूद एसपी सिटी व अन्य लोगों ने बच्चों को इस तरह जागरूक देख तालियां बजाई। बीयू के छात्र बनेंगे शिक्षक बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी के छात्र अब गढ़मऊ में छोटे-छोटे बच्चों को पढ़ाने का काम करेंगे। बीयू कैंपस के छात्र साशवत ने बताया कि वह अपने साथियों के साथ हर शनिवार व रविवार को यहां आकर बच्चों को शिक्षित करने का काम करेगा साथ ही डिजिटल शिक्षा को लेकर भी ध्यान दिया जाएगा। राष्ट्रीय सेवा योजना के नोडल अधिकारी उमेश कुमार ने बताया कि हम लोगों ने व पुलिस ने यह तय किया कि झांसी के किसी गांव को डिजिटायल किया जाए और वहां के बच्चों को पढ़ाया जाए इसी को लेकर एसपी सिटी के द्वारा ग्राम गढ़मऊ का चयन किया गया है, बच्चों को बैग बांटे गए और प्रत्येक रविवार को एनएसएस द्वारा शिक्षित किया जाएगा ताकि यह आगे बढ़ सके। इस मौके पर सीओ सदर हिमांशु गौरव, थाना बड़ागांव अध्यक्ष देवेंद्र कुमार द्विवेदी आदि मौजूद रहे



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