घर के मुखिया के अंतिम दर्शन भी नहीं कर पाया परिवार, दुखद मौत के बाद पसरा सन्नाटा

samwadbundelkhand.com | Updated : 14/06/20 02:48 AM

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Jhansi

झांसी, बड़ागांव थाना क्षेत्र में एक राजमिस्त्री का शव रेल पटरी के पास मिला, पुलिस में उसकी शिनाख्त का प्रयास किया, इसमें सफलता नहीं मिल सकी, 72 घंटे इंतजार किया गया और शव का अंतिम संस्कार करा दिया गया, इसके तुरंत बाद कुछ लोग आए और उन्होंने मृतक की शिनाख्त करते हुए कहा कि हमें बॉडी दे दी जाए, लेकिन अब शव अस्तित्व में ही नहीं है अब परिवार के लोग कम से कम अस्थियां दिलाए जाने के लिए चक्कर लगा रहे हैं, 8 जून से लापता नवाबाद थाना क्षेत्र के कोछाभावर निवासी बल्ली अहिरवार राजमिस्त्री का काम करता था, ज्यादातर जेल चौराहे के पास हनुमान मंदिर के करीब उसकी बैठक होती थी, 8 जून को कोछाभंवर से वह जेल चौराहे आ गया था, जहां उसका लड़का नीरज आ गया और उसे घर ले जाने के लिए कहा, बल्ली ने कहा कि मुझे किसी से मिलना है मैं कुछ देर बाद घर आ जाऊंगा, यह 8 जून दोपहर 2:00 बजे की बात है, इसके बाद नीरज घर लौट आया रास्ते में उसे लगा कि शायद पिता उसी परेशानी में है, वह लौटकर जेल चौराहे दोबारा पहुंचा, लेकिन इस बार उसकी मुलाकात बल्ली से नहीं हो पाई, इसके बाद बल्ली लापता हो गया, 3 दिन बाद मिला सुराग 9 तारीख को, 10 तारीख को, 11 तारीख को और 12 तारीख को लगातार नीरज उसके मित्र अन्य परिजन और रिश्तेदार बल्ली को आसपास के इलाकों में खोजते रहे, थानों पर जाकर गुमशुदा की जानकारी दी, फोटो दिखाई, पहचान पूछी हर संभव प्रयास किया के बल्ली की कोई खबर मिल जाए, सीधे मौत की खबर गढ़मऊ क्रॉसिंग के पास पूछताछ में सामने आया कि एक युवक की मौत ट्रेन एक्सीडेंट में हुई थी, आनन-फानन में 13 जून को नीरज और उसके परिजनों ने बड़ा गांव पुलिस से संपर्क साधा जब बड़ागांव पुलिस ने सूचना दी तो सभी के होश फाख्ता हो गए बढ़ाना पुलिस ने बताया कि 9 तारीख को सुबह गढ़ मऊ रेलवे क्रॉसिंग के पास एक अज्ञात लाश मिली थी जिसकी जानकारी आसपास के लोगों से की गई लेकिन शिनाख्त नहीं हो सकी बाद में शव का पोस्टमार्टम कराया गया 72 घंटे कि मैं अब तक इंतजार किया गया 72 घंटे पूरे होने के बाद शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया है, बड़ागांव पुलिस ने घटनास्थल की फोटो और बल्ली की फोटो को मैच किया तो मामला बिल्कुल साफ हो गया, अस्थियां ही मिल जाए नीरज और उसके परिजन रविवार को भी मेडिकल विश्वविद्यालय चौकी पहुंचे उन्होंने यह भी कहा कि लापता के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही थी थाने भी गए थे जहां रिस्पांस 100 फ़ीसदी नहीं मिला अन्यथा बल्ली का अंतिम संस्कार लावारिस की तरह नहीं होता अब परिजन चाहते हैं की मौत का सच सभी के सामने आ सके अब पुलिस और परिजन पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं जिससे मौत के कारण का पता लगाया जा सके,



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