बेटी के हाथ पीले करने के लिए कर्ज लिया, अब अपने हाथों से चुनी मौत

samwadbundelkhand.com | Updated : 10/06/20 01:26 AM

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Jhansi

झाँसी, कोरोना महामारी के बीच कर्ज व आर्थिक तंगी से जूझ रहे मजदूर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, जिसके बाद मृतक किसान का पूरा परिवार सदमे में है, झांसी जनपद के मऊरानीपुर तहसील के लहचूरा थाना क्षेत्र के ग्राम धवाकर निवासी पूरन लाल पुत्र दौलत अहिरवार (46) का शव बुधवार की सुबह कमरे के खूंटे पर टंगा मिला। परिवार के लोगो द्वारा शव को टंगा देख उनके होश उड़ गए। आनन फानन में सभी लोग पूरन को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाये। जहाँ पर चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद शव का पोस्टमार्टम कराया गया, जिससे सरकार की ओर से मिलने वाली राहत राशि मृतक के परिवार को मिल सके, बेटी के लिए कर्ज मृतक के भाई हरिराम ने बताया कि मृतक ने दो वर्ष पूर्व अपनी पुत्री की शादी की थी। जिसमे लगभग 4 लाख का कर्ज लिया था। जिसको चुकाने के लिए वह दिल्ली मजदूरी करने गया था। लेकिन लॉक डाउन हो जाने के बाद वह दिल्ली से 10-15 दिन पूर्व ही आया था। वह कर्ज व आर्थिक तंगी के चलते काफी परेशान दिख रहा था। जिसके चलते मंगलवार की रात कमरे में खूंटा पर तौलिया से फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। आर्थिक राहत मिल जाए मृतक के परिवार को आर्थिक मदद दिलाये जाने की मांग हर ओर से हो रही है, मृतक ने बेटी की शादी के लिए 2 साल पहले कर्जा लिया था, बेटी के हाथ पीले किये, लेकिन कर्ज का दबाव इतना ज्यादा था कि किसान ने आत्महत्या कर ली, ऐसे में हर व्यक्ति को यह भी सीख लेना चाहिए कि कर्ज की वजह से परेशान होने से बेहतर है कि अपनी समस्या, अपने परिवार के साथ मित्रों के साथ शेयर की जाए, जिससे उसका हल निकल सके, आत्महत्या किसी भी नजरिए से जायज नहीं है, हर व्यक्ति अपने परिवार के लिए बहुत इंपोर्टेंट होता है, जिसके चले जाने के बाद घर का बिखरना स्वभाविक सी बात है,



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