मजदूरों को बेसहारा छोड़कर ठेकेदार फरार, दर दर की ठोकरो से उबरने का इंतजार

samwadbundelkhand.com | Updated : 06/06/20 23:25 PM

Share via Whatsapp

Jhansi

रिपोर्ट, रवि परिहार झाँसी, छत्तीसगढ़ से मजदूरों को रेलवे लाइन के किनारे केबल डालने हेतु बनाई जाने वाली नाली की खुदाई के लिए मऊरानीपुर के रानीपुर में मजदूरों को जनवरी में लाया गया था। शुरुआती महीने में उन्हें पगार भी दी गयी। जैसे ही लॉक डाउन की स्थिति बनी तो उस लेबर को साथ लाने वाले ठेकेदार ने लेबर का साथ छोड़ कर भाग गया, पिछले 3 महीने से ना तो वह लेबर से कोई संम्पर्क कर रहा है ना ही उनकी जिम्मेदारी उठाने की कोशिश कर रहा है। 3 माह से राशन की किल्लत मजदूरों ने बताया कि वह पिछले 3 माह से खाने पीने के लिए बड़े ही परेशान हैं। आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से ग्रामीणों के द्वारा सहयोग किए जाने से उन्हें राशन उपलब्ध हो रहा है। रोज सुबह और शाम के भोजन के लिए गांव गांव जाकर राशन इकट्ठा करना पड़ता है। तब कहीं जाकर दो वक्त का खाना बन पा रहा है। इसके साथ ही मजदूर पेड़ों के नीचे झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं। उनमें भी कीड़े मकोड़े आ जाने से अनहोनी की आशंका बनी रहती है, बरसात होने से पूरी रात बैठकर ही निकालनी पड़ती है। इस समय 8 बड़े एवं 4 बच्चे मिलाकर 12 मजदूर यहां फंसे हुए हैं। अपनी आप बीती बताते हुए मजदूरों ने उस ठेकेदार और शासन से गुहार लगाई है कि उन्हें कैसे भी करके उनके घर छत्तीसगढ़ भिजवा दिया जाये। ताकि वह सुकून से वहीं रहकर कुछ करके अपना जीवन गुजर-बसर कर सकें।



बुंदेलखंड

देश / विदेश