शिक्षा,विद्या विज्ञान, तकनीकी , नवाचार जैसे शब्दों का विस्तृत रूप

samwadbundelkhand.com | Updated : 23/05/20 04:33 AM

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Jhansi

झांसी, सोशल डिस्टेंस को मेंटेन करते हुए इन दिनों वीडियो कॉन्फ्रेंस करना चलन में आ गया है, जिसके काफी सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे है, बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के तत्वावधान में शनिवार को 'डाइमेंशंस एंड डिग्रीज ऑफ हायर एजुकेशन' पर एक वेबीनार का आयोजन किया गया, वेबीनार की अध्यक्षता कुलपति प्रोफेसर जे वी वैशंपायन ने की, कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एवं वक्ता उत्तर प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर आर के खंडाल रहे, स्वागत भाषण अभिनंदन कार्यक्रम की शुरुआत डीन इंजीनियरिंग प्रोफेसर एस के कटियार के स्वागत भाषण से हुई, जिसमें उन्होंने इस पेंडेमिक सिचुएशन में वेबीनार का महत्व बताया एवं प्रोफेसर आर के खंडाल एवं प्रोफेसर जे वी वैशंपायन का स्वागत किया, तत्पश्चात वेबीनार के समन्वयक एवं कार्यक्रम के मॉडरेटर डॉक्टर अनुपम व्यास ने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर जे वी वैशंपायन को अध्यक्षी भाषण हेतु आमंत्रित किया, कुलपति बुंदेलखंड विश्वविद्यालय ने प्रोफेसर आर के खंडाल का धन्यवाद ज्ञापित किया कि उन्होंने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के शिक्षकों को संबोधित करने के लिए समय निकाला, उन्होंने उच्च शिक्षा के महत्व पर भी प्रकाश डाला, उन्होंने मुख्य बक्ता के वक्तव्य की भी विवेचना की एवम् शिक्षा के प्रोसेस आधारित होने पर चिंता व्यक्त की और उसे आउटकम आधारित बनाने पर बल दिया ,प्रोफेसर आर के खंडाल जी ने अपने भाषण में शिक्षा,विद्या विज्ञान, तकनीकी , नवाचार जैसे शब्दों को विस्तृत रूप से समझाया तत्पश्चात,उन्होंने शिक्षा के वर्तमान रूप की कमियों और उनको दूर करने के उपाय भी सुझाए । मस्तिष्क का उत्कृष्ट विकास उन्होंने एक शिक्षक को एक शिक्षक की तरह दिखने से लेकर उसके मस्तिष्क की उत्कृष्ट विकास तक करने के सारे रास्ते सुझाए और उन्होंने कहा कि भविष्य में भी यदि बुंदेलखंड विश्वविद्यालय कभी भी उनकी सेवाएं चाहता है तो वह सदैव तत्पर रहेंगे, कार्यक्रम संयोजक डॉ अनुपम व्यास जो मॉडरेटर की भूमिका में भी थे, उन्होंने प्रोफेसर खंडाल का परिचय दिया एवं उनको धन्यवाद ज्ञापित किया TEQIP कोऑर्डिनेटर इंजीनियर ब्रजेंद्र शुक्ल ने कार्यक्रम के अंत में वोट ऑफ थैंक्स दिया जिसमें उन्होंने प्रोफेसर आर के खंडाल जी, प्रोफेसर जे वी वैशंपायन जी, प्रोफेसर एस के कटियार, डॉक्टर प्रभाकांत पाठक एवं आरजीपीवी के पूर्व कुलपति प्रोफेसर पी वी शर्मा जी का भी आभार प्रस्तुत किया, उन्होंने बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की प्रतिभागिता करने वाली 100 से अधिक फैकल्टी मेंबर्स को भी धन्यवाद दिया उन्होंने ऑर्गेनाइजिंग टीम को सफल आयोजन करने पर बधाई भी दी।



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