गेहूं क्रय केंद्र पर बारदाना लापता, किसान हित की योजना धराशाई

samwadbundelkhand.com | Updated : 20/05/20 04:42 AM

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Luckhnow

लखनऊ /झांसी, उत्तर प्रदेश सरकार की गेहूं खरीद योजना धराशाई होती दिख रही है, किसानों को सवा ₹19 मिलने वाला समर्थन मूल्य नहीं मिल पाना छोड़िए, किसानों का गेहूं खरीदा ही नहीं जा रहा, मामला रक्सा के गेहूं क्रय केंद्र का है,जहां केंद्र प्रभारी संतोष राजपूत पिछले 15 दिनों से गेहूं खरीद नहीं कर रहे हैं, इस लापरवाही के लिए उनके पास एक्सक्यूज है कि बारदाना खत्म हो चुका है, केवल टोकन बांटे जा रहे किसानों को गेहूं क्रय केंद्र पर इंतजार न करना पड़े इसके मद्देनजर ऑनलाइन टोकन व्यवस्था की गई थी, जिसमें केबल रक्सा केंद्र पर 50 से ज्यादा किसानों का टोकन पेंडिंग पड़ा हुआ है, अब तक महज 4 दर्जन किसानों से खरीद की गई है, पिछले 15 दिनों से बारदाना खत्म होने की बात कहकर किसानों को वापस लौटा दिया गया है, होमगार्ड टाइम से गेहूं क्रय केंद्र पहुंचता है और ड्यूटी पूरी होने के बाद लौट आता है, ₹20 का कमरतोड़ खर्च गेहूं क्रय केंद्र भोजला मंडी पर किसानों से गेहूं खरीदा जा रहा है और उनसे ₹20 प्रति कुंतल तोल के नाम पर लिया जा रहा है, खास बात यह है कि तोल की राशि नगद ली जाती है, जबकि सवा ₹19 प्रति क्विंटल के हिसाब से समर्थन मूल्य बाद में खाते में आता है, यह बात बाकी चिंता वाली है कि किसानों की गाढ़ी कमाई तोल के नाम पर उनसे क्यों ली जा रही है,



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