नई दिल्ली/लखनऊ, कोरोना वायरस रोकथाम के चलते पहले 21 दिन का लॉक डाउन और अब 3 मई तक लॉक डाउन टू जारी है, आम व्यक्ति घर में है सरकार पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है कि कोई भी व्यक्ति भूखा ना रहे, उसे परेशानी ना हो इसमें सबसे महत्वपूर्ण भूमिका चिकित्सा विभाग और उससे भी ज्यादा महत्वपूर्ण कार्य पुलिसकर्मी कर रहे हैं, बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि चिकित्सकों की टीम और पुलिस टीम पर भीड़ हमला कर रही है यह वाकई चौंकाने वाला है, आपकी ही मदद कर रही है पुलिस पूरे भारत में 17000 से ज्यादा लोग कोरोना वायरस संक्रमित हो चुके हैं, जिसमें लगभग 3000 मरीजों को डॉक्टरों ने अपने कार्य कौशल से दोबारा नई जिंदगी दी है, महाराष्ट्र की बात की जाए तो 3500 से ज्यादा कोरोना वायरस पॉजिटिव सामने आए हैं, जिसमें इलाज करते - करते 190 से ज्यादा डॉक्टर भी कोरोना वायरस की चपेट में आ गए हैं, गौर करने वाली बात यह भी है कि उत्तर प्रदेश में ज्यादातर पॉजिटिव वो लोगों में मिले हैं जिनमें कोई भी लक्षण नहीं दिख रहे थे,15 फ़ीसदी की रफ्तार से मरीज ठीक हो रहे हैं, जानलेवा है वायरस मुरादाबाद में 5 लोगों की यह वायरस जान ले चुका है, नोएडा में 100 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं उत्तर प्रदेश में अब तक 1000 से ज्यादा कोरोना वायरस मरीज सामने आए हैं, जिसमें डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, सबसे बड़ा हॉट स्पॉट बन चुके आगरा में पॉजिटिव आंकड़ा ढाई सौ से ज्यादा पार हो चुका हैं, उत्तर प्रदेश के 50 से ज्यादा जिले कोरोना की चपेट में है, बिजनौर में एक पुलिसकर्मी भी पॉजिटिव पाया गया है, कानपुर में 17 नए मामले के सामने आने के बाद कुल 74 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं, यह सिर्फ एक बानगी मात्र है, पुलिस की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी आम जनता को घरों में रखने के लिए लॉक डाउन का पालन कराने के लिए पुलिस वालंटियर अपनी जान पर खेलकर आम जनता की रक्षा कर रहे हैं और वह डॉक्टर जो इलाज कर रहे हैं वह भी कम रिस्क नहीं ले रहे, ऐसे में हमारी हमारी समाज की पूरे देश की जिम्मेदारी है कि हम चिकित्सकों का पुलिसकर्मियों का सम्मान करें ना कि उन पर हमला करें, इंदौर में चिकित्सकों से बदसलूकी की गई, 2 दिन पहले झांसी में पुलिस पुलिस पर हमला किया गया, यह वाकई दुखद है, पालन ना हुआ तो फिर सख्ती 20 तारीख से उन इलाकों में कुछ छूट दी गई है जो ग्रीन जोन में है और जहां पर कोरोना अपने पैर नहीं पसार पाया है, वहां पर भी शर्त सहित रियायत दी गई है, लोग बेवजह घरों से बाहर नहीं निकलेंगे, सोशल डिस्टेंस का पालन करेंगे, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पूरा पालन करेंगे अगर ऐसा नहीं होता है तो लॉक डाउन के दौरान मिली हुई आजादी वापस ली जा सकती है, इसलिए ध्यान रखें कि वे बजे घरों से बाहर ना निकले और किसी भी बाहर से आने वाले व्यक्ति की सूचना तुरंत हेल्पलाइन पर दें,