हजार किलोमीटर दूर जाने के लिए पैदल निकल पड़े मजदूर, राहत शिविर नाकाफी

samwadbundelkhand.com | Updated : 19/04/20 01:20 AM

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Mumbai

मुंबई, कोरोना वायरस रोकथाम के चलते लॉक डाउन टू जारी है, बावजूद इसके महाराष्ट्र सरकार जरूरतमंदों के लिए खाने का पर्याप्त इंतजाम नहीं कर पा रही है, जिसकी वजह से नासिक से बड़े पैमाने पर कामगार मजदूर अपने घरों के लिए पैदल ही रवाना हो गए हैं, महाराष्ट्र में पेंटिंग करने वाले मजदूर अन्य कामों से जुड़े मजदूर इन दिनों काम ना मिलने से परेशान हैं, सरकार द्वारा जो राहत दी जा रही है, वह नाकाफी है, राहगीरों ने बताया सड़क पर निकलने पर उन्हें पुलिस वाले धमका रहे हैं, मजदूरों को इंतजार था कि 21 दिन का लॉक डाउन खत्म होने के बाद उन्हें राहत मिल जाएगी, लेकिन लॉक डाउन-2 शुरू हो गया और हालात बद से बदतर हो गए अब मजदूर सिर्फ बिस्किट खा कर अपना सफर तय कर रहे हैं, मजदूरों के पास खाना खाने के लिए पैसे नहीं हैं,
कैसे जाएंगे घर
नासिक हाईवे पर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से जुड़े कई जिलों के लिए लोग निकल पड़े हैं, मिर्जापुर, गोरखपुर, कटनी, सतना जैसे जिले के लिए भी लोग सड़क पर पैदल चलने से नहीं कतरा रहे हैं, गौरतलब है कि महाराष्ट्र में हालात काफी खराब है, पलायन करने वालों में महिलाएं बुजुर्ग युवा सभी शामिल है, पलायन के लिए कामगार मजदूरों ने नदी नालों का सहारा भी ले रखा है,



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