UP. अमरोहा.आजाद भारत की एक ऐसी वारदात जिसने प्रेम की पवित्रता को कलंकित कर दिया, जिसने भी इस घटना के बारे में सुना उसकी रूह कांप गई, जी हां हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले के शबनम और उसके प्रेमी सलीम की, सात लाशों पर प्यार की सेज सजाने वाली शबनम को जल्द ही उसके प्रेमी के साथ सूली पर चढ़ाया जाएगा, यह सजा आजादी के बाद से देश की पहली सजा होगी जिसमें एक महिला को फांसी होने जा रही है। हृदय को झकझोर कर देने वाला खौफनाक मंजर हृदय को झकझोर करने वाली इस मंजर की सूत्रधार पत्थर दिल शबनम जिला अमरोहा इलाके के गांव बावनखेड़ी के रहने वाली है, मुस्लिम परिवार से होने के बावजूद भी पिता शौकत अली ने अपनी इकलौती बेटी शबनम को बड़े ही नाज और प्यार दुलार से पाला, उसकी हर एक ख्वाहिश पूरी की, पढ़ाया लिखाया, पिता का सपना था कि बेटी अपने परिवार का नाम रोशन करेगी, लेकिन उसे क्या पता था वह आस्तीन के सांप को पाल रहा है, जो एक दिन सबको निगल जाएगा, और शौकत अली के सपने के बीच जल्द ही खौफनाक तबाही आने वाली थी, हुआ यूं कि शबनम को गांव के ही एक मुस्लिम शख्स से इश्क हो गया, नाम था सलीम, सलीम ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं था और मजदूरी करता था, जब शबनम और सलीम के प्यार के बारे में परिवार वालों को पता चला तो उन्होंने इसका विरोध किया, अब यहीं से शुरू होता है शबनम का खूनी खेल! एक रोज मौका पाकर शबनम ने परिवार के सभी लोगों को खाने में बेहोशी की दवा दे दी और परिवार के सभी लोग बेहोश हो गए, शबनम यही नहीं रुकी शबनम ने धारदार हथियार से एक-एक कर अपने परिवार के सभी 7 लोगों को मौत की नींद सुला दिया, परिवार में माता-पिता के साथ-साथ भैया भाभी भतीजे भी थे जो अब इस दुनिया में नहीं रहे, इस जघन्य अपराध को छुपाने के लिए शबनम ने चीखने चिल्लाने का नाटक किया और लोगों को व पुलिस को बताया कि उसके घर लुटेरे आए थे जिन्होंने सभी लोगों को मार दिया, वह बाथरूम में थी इसलिए बच गई, इस हत्याकांड से जिला के पूरे प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ था पुलिस मामले की तह में जाने की भरपूर प्रयास कर रही थी इसी बीच पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने सबको चौंका दिया। रिपोर्ट में आया कि मरने से पहले सभी लोगों को बेहोश किया गया. पुलिस की सुई अब शबनम पर घूमी, कॉल रिकॉर्ड खगाले गए तो पता चला उस रात कई बार शबनम की सलीम से बात हुई और फिर सख्ती से पूछताछ करने पर शबनम का झूठ पुलिस के सामने आ गया. फिलहाल शबनम और सलीम को उनकी किए की सजा मिलने जा रही है लोगों की माने यह सजा नाकाफी है. घटना 2008 की है.