नदी किनारे गांव में नेचुरल फार्मिंग को प्रोत्साहित किया जाएगा

samwadbundelkhand.com | Updated : 15/02/21 07:01 AM

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Jhansi

झाँसी,जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने विकास भवन में पहुंज नदी के सुदृढ़ीकरण, सौन्दर्यीकरण एवं संरक्षण करने के उद्देश्य से आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए बुंदेलखंड किसान समृद्धि अभियान ट्रस्ट व विभिन्न विभागों के अधिकारियों से कहा कि पहुंज नदी का सुदृढीकरण, सौन्दर्यीकरण एवं संरक्षण जन सहभागिता और सभी संबंधित विभागों द्वारा इन्ट्रीग्रेटिड प्लान बनाते हुए कार्य करना होगा ताकि कार्य में शत-प्रतिशत सफलता मिल सके। जिलाधिकारी ने बैठक में कहा कि पहुंज नदी को उसका वास्तविक स्वरूप देने के लिए अनेकों संस्थाएं प्रयासरत हैं, परंतु जब तक सरकार उक्त कार्य में शामिल नहीं होगी तब तक कार्य में अपेक्षित सफलता नहीं मिल सकेगी। उन्होंने उपस्थित अधिशासी अभियंता जल निगम, माताटीला बांध प्रखंड, बेतवा प्रखंड, जल संस्थान, उपायुक्त श्रम एवं रोजगार सहित प्रभागीय वनाधिकारी से कहा कि नदी को पुनः स्वच्छ अविरल प्रवाह हेतु विभाग द्वारा क्या कार्य किए जाएं उसका एक्शन प्लान तैयार कर ले ताकि उक्त कार्य को पूर्ण करते हुए पहुंज नदी को उसका वास्तविक स्वरूप प्रदान किया जा सके। फ्लैचर द्वारा कार्य कराए उन्होंने बैठक में कहा कि पहुंज नदी का उद्गम स्थान की जानकारी ली जाए, नदी की लंबाई क्या है और कहां जाकर मिलती है इसके साथ ही नदी किन ग्राम पंचायतों से गुजरती है उसकी सूचना व किस नगर पंचायत /नगर निगम में शामिल है सूचना एकत्र की जाए। पहुंज नदी में लगातार जल प्रवाह कैसे हो इस पर भी मंथन जरूरी है ताकि पानी की आपूर्ति लगातार सुचारू रहे। बैठक में नदी की सफाई हेतु फ्लैचर द्वारा कार्य कराए जाने का सुझाव दिया तथा नगर आयुक्त को फ्लैचर की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा ताकि कम समय में नदी की सफाई हो सके। नेचुरल फॉकिंग के लिए प्रेरित करें पहुंज नदी के सुदृढ़ीकरण, सौंदर्यीकरण एवं संरक्षण संबंधी बैठक में जिलाधिकारी ने उपस्थित अधिकारियों से नदी में स्वच्छ व अविरल जल प्रवाह हेतु क्या एक्शन प्लान है उसकी बिंदुवार जानकारी लेते हुए कहा कि जल्द प्लान तैयार करें ताकि उक्त कार्य जल्द प्रारंभ कराया जा सके।उन्होंने कहा कि नदी के उद्गम स्थान से उसके आसपास आने वाले गांवों में लोगों को जागरूक किया जाए ताकि नदी में दूषित जल प्रवाह ना हो, उन्हें नेचुरल फार्मिंग के लिए प्रेरित भी करें ताकि कम लागत में फसल से अच्छी आमदनी हो सके। बैठक में डीएफओ वी के मिश्रा ने बताया कि जिस प्रकार जनपद में कनेर नदी का सुदृढ़ीकरण व संरक्षण हो रहा है ठीक उसी प्रकार पहुंज नदी का भी सुदृढीकरण व संरक्षण करने के लिए नदी किनारे वृहद वृक्षारोपण किया जाएगा। जालौन पहुंचते ही विकराल हो जाती है पहुंच कृषि अधिकारी के के सिंह ने कहा कि किसानों को जैविक खेती की जानकारी देंगे ताकि रसायन के इस्तेमाल से नदी का पानी दूषित ना हो। उपायुक्त मनरेगा राम औतार सिंह ने बताया कि छोटी-छोटी बंधियों के निर्माण से नदी को वास्तविक स्वरूप में लाए जाने का कार्य करना होगा। साथ ही गंदे पानी को नदी में जाने से रोकने पर भी कार्य करना होगा। बैठक में बुंदेलखंड किसान समृद्ध अभियान ट्रस्ट के अध्यक्ष आचार्य अविनाश ने पहुंज नदी की जानकारी देते हुए कहा कि नदी के उद्गम से 40 किलोमीटर का क्षेत्र जनपद झांसी में है और इसी क्षेत्र में समस्या है। जब पहुंज नदी जनपद जालौन पहुंचती है तो वह विकराल है और पंचनंदा में समाहित होती है। उन्होंने कहा कि नदी के उद्गम स्थल की आस पास 4 वाटर बॉडीज है यदि उन्हें साफ किया जाए तो एक अच्छा कार्य होगा। उन्होंने नदी को स्वच्छ बनाने के लिए गंदा पानी नदी में किसी भी दशा में ना डालें और उन्हें टैप करते हुए पानी को साफ करते हुए खेती में प्रयोग लाने का सुझाव दिया। इस मौके पर नगर आयुक्त अवनीश कुमार राय, उपाध्यक्ष जेडीए सर्वेश कुमार दीक्षित, डीएफओ वीके मिश्रा, डीडीओ उग्रसेन सिंह यादव, अधिशासी अभियंता बेसवा उपेश कुमार, कृष्ण गांधी, डा एस आर गुप्ता, सुरेश अग्रवाल, आर सी गुप्ता, संजय द्विवेदी, अशोक अग्रवाल सहित विभिन्न विभागो के अधिकारी उपस्थित रहे।



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