झाँसी, पिछले 6-7 महीनों से पूरा स्वास्थ्य महकमा कोविड-19 के संक्रमण से लोगों को बचाने में दिन-रात जुटा हुआ है। इन विपरीत परिस्थितियों में जब बाकी और अस्पताल बंद थे तब भी सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था ने ही कोविड-19 के हालातों को संभाला। इसी का नतीजा है कि आज जनपद में कोविड-19 को मात देने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है। यह बात जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने बुधवार को जिला अस्पताल में आयोजित सम्मान समारोह में कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कही, जहां कोरोना योद्धाओं को सम्मानित किया गया। सभी कर्मचारियों ने निभाया दायित्व जिलाधिकारी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत सभी स्टाफ़ चाहे वह डॉक्टर हो, नर्सिंग स्टाफ़ हो, लैब टेक्नीशियन हो या वार्ड ब्वाय सभी ने अपने दायित्वों को बखूबी निभाया है। बहुत से हमारे योद्धा कोविड-19 की चपेट में भी आये लेकिन उन्होने अपना हौसला नहीं छोड़ा। इस सम्मान समारोह के माध्यम से उन्हें प्रोत्साहित करने का कार्य किया गया है। कर्मचारियों के खिल उठे चेहरे जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने अपने उद्बोधन में कहा कि जनपद झांसी में मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर है और इसी व्यवस्था से हम सभी आपसी समन्वय के साथ इस वैश्विक बीमारी का सामना कर सके, उन्होंने कहा की इसी ततपरता और लग्न तथा विश्वास से साथ आगे भी इस लड़ाई में जिला प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगे। इस अवसर पर जिला अस्पताल के मुख्य अधीक्षक डॉ॰ के के गुप्ता ने सभी स्टाफ़ के बेहतर प्रदर्शन के लिए उन्हे बधाई दी और आगे भी इसी तरह कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया। सम्मान पाने वालों में राघवेंद्र चंदेल लैब टेक्नीशियन, पंकज दुबे दीपक शाक्य, डॉक्टर आरकेएस मेहरा, आरके सक्सेना, एम एस राजपूत, बृजेश खरे, एके सिंह, प्रदीप यादव, नर्स ममता वर्मा, साधना सिंह, रिया, जय ड्राइवर बृजपाल अरुण सिंह अमित परिहार सहित लगभग 200 स्वास्थ्य कर्मियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ॰ प्रभात चौरसिया ने किया। सम्मान समारोह में संयुक्त निदेशक डॉ॰ जे के गुप्ता, वरिष्ठ परामर्शदाता डॉ॰ अतुल गुप्ता, डॉ॰ आर के सक्सेना एवं जिला अस्पताल के कोविड-19 प्रभारी डॉ॰ नीरज सिंह सहित समस्त स्टाफ़ मौजूद रहा।