झाँसी। कृषि संबंधित अध्यादेश को लेकर विपक्ष में जबरदस्त रोष है विपक्ष इस मुद्दे को लेकर सरकार को घेरने में लगी हुई है इस अध्यादेश के विरोध पर कांग्रेसी कार्यकर्ता लखनऊ धरना प्रदर्शन करने जा रहे थे, जिन्हें प्रशासन द्वारा शनिवार की रात से रोक लिया गया और कांग्रेस के कद्दावर नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य समेत कई कांग्रेसियों को घर पर ही नजरबंद कर दिया गया। जो कि सोमवार को भी जारी रहा,पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन ने कहा कि किसान विरोधी इस सरकार के खिलाफ जहां किसान का पसीना गिरेगा वहां कांग्रेसी अपना खून बहाएंगे क्योंकि यह सरकार पूरे देश को बेचना चाहती है उन्होंने हवाई अड्डे बेचे, रेलवे बेचा, बैंक बेचा, नवरत्न कंपनियां बेची और अब किसानों की मंडियां बेचने के लिए अध्यादेश लाए यदि इनकी नीति ठीक है तो यह अध्यादेश पर एमएसपी क्यों नहीं लाते, सरकार एपीएमसी क्यों तोड़ना चाहती हैं जहां किसानों की खुले मंडी में खरीदारी होती थी उचित मूल्य नहीं मिलता था तो सरकार खरीदती थी, यह अध्यादेश लाकर किसानों को उद्योगपति मित्रों के दरवाजे पर भटकने को मजबूर कर रहे हैं आज लोकतंत्र को इससे बड़ा खतरा क्या होगा जिस प्रकार ललितपुर के अंदर किसानों के आंदोलन को प्रभावित किया गया, हम लोग सिर्फ लखनऊ शांति पूर्वक ज्ञापन देने जा रहे थे हमें घर पर रोकने का क्या मतलब, ऐसा अंग्रेजों के शासन काल में भी नहीं हुआ है यह हमारे हाथों में हथकड़ी पैरों में बेड़ियां डाल सकते हैं लेकिन जुबान पर ताला नहीं लगा सकते किसानों के हक में खड़े थे खड़े रहेंगे ।