स्मार्ट इंडिया हैकेथान -2020 में इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी ,बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों ने रचा इतिहास

samwadbundelkhand.com | Updated : 06/08/20 04:57 AM

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Jhansi

झाँसी, चाइल्ड केयर इंस्टीट्यूशंस एवं स्पेशल एडाप्शन एजेंसीज की समस्या जल्द हल होगी। इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी संस्थान के कम्प्यूटर साइंस ऐण्ड इंजीनियरिंग संस्थान की तीन टीमें इस हैकोथान के फ़ाइनल में पहुँची थीं। टीम शक्तिमान नाम से बनी हुई टीम ने 'इनोवेटिव ऑनलाइन टूल फॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट्स', प्रॉब्लम टाइटल पर अपना कार्य किया । इसके द्वारा मैनुअल प्रोसेस को पूर्णतया कम्प्यूटर आधारित जैसे कि उनकी उपस्थिति फेशियल रिकोग्नीशन द्वारा, चाइल्ड एडाप्शन पूल द्वारा बच्चों के एडाप्शन को स्ट्रीम लाइन करना । संस्थान की टीम शक्तिमान ने आईआईटी भुवनेश्वर जैसी बड़े संस्थान को परास्त करते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया !संस्थान के डीन इंजीनियरिंग प्रोफेसर एस के कटियार ने विद्यार्थियों द्वारा दिखाए गए इस अप्रतिम प्रदर्शन के लिए सभी को बधाई दी, टीक्यूप प्रोजेक्ट के कोऑर्डिनेटर इंजीनियर ब्रजेंद्र शुक्ल ने प्रतिभागियों तथा शिक्षकों को बधाई देते हुए बताया कि 2017 से देश में नवाचार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रारम्भ हुआ स्मार्ट इंडिया हैकोथान आज दुनिया का सबसे बड़ी प्रतियोगिता बन चुकी है। इस हैकोथान के माध्यम से बीते तीन संस्करणों में लगभग 256 संगठनो ने 1886 समस्याओं को चुनौती के रूप में रखा । इस वर्ष 70 संगठनों ने 234 समस्याओं को चुनौती के रूप में भारत के युवा शक्ति के समक्ष रखा,जिसका समाधान युवाओं ने 36 घंटे लगातार कोडिंग करके प्रोटोटाइप के रूप में केन्द्रीय शिक्षा मन्त्रालय को प्रस्तुत किया। अलग-अलग संस्थानों का प्रतिभाग टीक्यूप परियोजना के अंतर्गत होने वाला स्मार्ट इंडिया हैकेथान-2020 इस वर्ष कोरोनावायरस के कारण ऑनलाइन संचालित किया गया, जिसमें देश भर से बड़े-बड़े एकेडमिक संस्थानो ने प्रतिभागिता की। इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलॉजी संस्थान के कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग विभाग के समन्वयक डा. सादिक़ खान ने विजेताओं को बधाई दी तथा बताया कि मृदुल शर्मा,कीर्ति सिंह ,तनीषा त्रिवेदी, शिबू सिंह ,श्रद्धा पांडे की टीम ने आईआईटी भुवनेश्वर की टीम को परास्त करते हुए ₹100000 का नगद पुरस्कार एवं प्रथम स्थान प्राप्त किया, टीम के मेंटर सौरभ नामदेव एवं केशव तिवारी जिन्होंने लगातार पिछले कई महीनों से विद्यार्थियों को इस परीक्षा के लिए तराशा तथा तैयार किया उन्होंने भी विद्यार्थियों के प्रयासों की प्रशंसा की तथा कहा कि वांछित परिणाम सकारात्मक विचार द्वारा ही सम्भव हुआ । झाँसी की विभिन्न संस्थाओं ने भी इस प्रोजेक्ट में डेटा कलेक्शन में सहयोग किया था, कुलपति ने इस उपलब्धि की सराहना करते हुए भविष्य के लिए भी तैयारी करते रहने हेतु प्रेरित तथा प्रोत्साहित किया ।ध्यातव्य हो कि उद्घाटन सत्र माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा सम्पन्न हुआ था ।



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