कोरोना से हो रही मौत में संजीवनी बनेगा एंटीजन टेस्ट, चिकित्सा मंत्री ने किया अस्पतालों का दौरा

samwadbundelkhand.com | Updated : 15/07/20 23:51 PM

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Jhansi

झाँसी, मंत्री जय प्रताप सिंह चिकित्सा एवं स्वास्थ्य परिवार कल्याण तथा मातृ एवं शिशु कल्याण विभाग उत्तर प्रदेश ने गुरुवार को कई अस्पतालों का निरीक्षण किया, जिससे जनपद में हो रही मौत को कंट्रोल किया जा सके, ओर टेस्टिंग में तेजी लाई जा सके, गुरुवार को मंत्री पहले रेलवे हॉस्पिटल पहुंचे जहां 100 बेड का L2 शुरू किया जा रहा है, जिस में गुरुवार से मरीजों को भर्ती करने का काम किया जाएगा, इसके बाद 158 सीरियस मरीजों के medical college में भर्ती होने की जानकारी दी गई, इसके अलावा मीडिया से बात करते हुए मंत्री जय प्रताप सिंह ने बताया कि मेडिकल कॉलेज और पैरामेडिकल में एक्स्ट्रा बेड की व्यवस्था भी की गई है मरीजों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जाएगी, जिला अस्पताल का निरीक्षण कोरोना वायरस से अलग अन्य रोगों से पीड़ित मरीजों को किस तरह का इलाज जिला अस्पताल में दिया जा रहा है इसकी नब्ज टटोलने के लिए मंत्री जय प्रताप सिंह जिला चिकित्सालय पहुंचे, यहां उन्होंने कई वार्ड का जायजा लिया, उन्होंने कहा कि किसी भी हाल में इमरजेंसी सेवाएं ओपीडी ग्रामीण क्षेत्र के अस्पताल नहीं रोके जाएंगे, हाउस टू हाउस सर्वे मंत्री जय प्रताप सिंह ने एंटीजन टेस्टिंग करने के निर्देश देते हुए कहा कि हाउस टू हाउस सर्वे में जो ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, हार्ट, किडनी जैसे असाध्य रोगों से ग्रस्त है। उनका टेस्ट पहले किया जाए ताकि उन्हें बचाया जा सके। भ्रमण के दौरान मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि जनपद में कोविड एल-1 हॉस्पिटल में सुविधाएं बेहतर हो और नॉन सिस्टेमेटिक मरीजों को वहां रखा जाए। उन्होंने जनपद में तैयार एल-1 हॉस्पिटल की जानकारी ली और कुल कितने बेड हैं तथा कितने मरीजों को वहां अभी रखा गया है के विषय में जानकारी ली। मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा कि एल-1 हॉस्पिटल में मरीजों को अधिक से अधिक सुविधाएं दी जाएं। उन्हें समय से भोजन उपलब्ध हो तथा साफ-सफाई बेहतर हो। उन्होंने कहा कि पहले मरीजों को ऑक्सीमीटर से जांच लें तभी इलाज प्रारंभ करें ताकि इलाज में सुविधा हो सके। कन्जेस्टेड एरिया में जांच गौर तलब है कि जनपद में कोविड-19 प्रभावित नगर के 15 मोहल्ले हैं जहां से पॉजिटिव केस निकल रहे हैं। यह सभी एरिया घनी बस्ती और रास्ता भी बेहद सकरा है तथा इन्हीं मोहल्लों में गंभीर बीमारी से ग्रस्त लोगों को हाउस टू हाउस सर्वे में चयनित किया है। अधिकतर मरीज बिल्कुल आखिरी समय में अस्पताल आते हैं, साथ ही वह डायबिटीज, किडनी, टीबी आदि रोगों से ग्रस्त भी थे। ऐसे गंभीर रोगों से ग्रस्त लोगों का एंटीजन टेस्ट जल्द किया जाएगा ताकि उनको बचाया जा सके। बेड की क्षमता जिले में नगर के 8 होटल को भी एल-1 हॉस्पिटल बनाया गया है, कुल 160 कमरे हैं।जिसमें 33 कमरों में मरीजों को रखा गया है। मैनपावर की कमी एक बड़ा कारण बन रही है, लैब टेक्नीशियन ना होने के कारण टेस्टिंग में समस्या आ रही है। अभी लगभग 3000 सैंपल लंबित हैं। इसके अतिरिक्त उन्होंने जनपद के लिए अलग से लैब उपलब्ध कराए जाने की मांग भी तेज है, इस मौके पर D M आंद्रा वामसी, सीएमओ डॉक्टर गजेंद्र कुमार निगम, प्रधानाचार्य मेडिकल कॉलेज डॉक्टर साधना कौशिक, निर्देशक पैरामेडिकल डॉ एस एन सिंह सहित अन्य अधिकारी व चिकित्सक उपस्थित रहे।



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