अघोषित प्रधान पति पद को चेतावनी, रंजना उपाध्याय की मुहिम से बड़ा प्रभाव

samwadbundelkhand.com | Updated : 21/03/21 03:25 AM

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Jhansi

Jhansi. शासन-प्रशासन लगातार जहां महिला सशक्तिकरण के लिए काम कर रहा है, तो कुछ सामाजिक संस्थाएं भी इस क्षेत्र में अपना सहयोग कर रही हैं, सहभागी शिक्षण केंद्र संस्था "प्रधान पति मुक्त पंचायत अभियान" के साथ महिलाओं को अपने अधिकारों को लेकर अवेयर कर रही है। संस्था पदाधिकारी का कहना है कि उनकी यह संस्था झांसी के अलावा लखनऊ, बरेली, वाराणसी, बहराइच में भी काम कर रही है. आमतौर पर देखा गया संस्था की रंजना उपाध्याय ने बताया कि पंचायत चुनाव में जब महिला चुन कर आती है तो आमतौर पर देखा गया है कि उसे काम करने को लेकर अंडरस्टीमेट किया जाता है कि वह यह नहीं कर सकती इस कानून की जानकारी नहीं है कि वह पढ़ी-लिखी नहीं है,जबकि ऐसा नही है, महिलाओं में बचपन से ही सेंस ऑफ रिस्पांसबिलिटी होती है, कार्य के प्रति सचेत रहना और निष्ठा के साथ काम करना, यह गुण भगवान ने हम महिलाओं को दिया है। इस पर पर्दा डाला जा रहा है। गांव गांव जा जाकर हम लोग महिलाओं को जागरूक करेंगे शिक्षा के प्रति उनके अधिकारों के प्रति ताकि वह अपने दायित्व का निर्वाहन ठीक तरह से कर सकें.



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