झांसी, भगवान भक्त के वश में होते हैं। हमें सच्चे मन से भगवान की पूजा आराधना करनी चाहिए। हमें भगवान के प्रति श्रद्धा आस्था रखनी चाहिए। श्रीमद् देवी भागवत महापुराण ज्ञानयज्ञ के अंतिम दिन यह ज्ञान पंडित तारा तेजस्व शर्मा ने श्रद्धालुजनों को दिया। बाहर लक्ष्मी गेट स्थित प्राचीन महाकाली विद्यापीठ मंदिर प्रांगण में पिछले 9 दिनों से चल रही श्रीमद् देवी भागवत कथा को कहते हुए कथावाचक ने गौ माता की सेवा करने के लिए कहा, कहा कि गौ माता में 33 करोड़ देवी देवाताओं का वाश होता है। गौ माता की सेवा करें और नित्य दिन उसकी पीठ पर हाथ फेरने से बड़ी-बड़ी बीमारी दूर होती है, कथावाचक ने मां के कई स्वरूपों का वर्णन करते हुए कहा कि सच्चे मन व श्रद्धा से पूजन करने पर मां भक्तों की मनोकामना पूर्ण करती हैं। देवी भागवत कथा के नवम दिवस शनिवार को माता दरबार में दुर्गा महायज्ञ नवग्रह पूजन अनुष्ठान किया गया। विद्वान पंडित द्वारा मंत्रोच्चार के साथ वैदिक विधि से हवन करवाया,भंडारा प्रसादी का आयोजन रविवार को मंदिर पर किया गया है। समिति के प्रमुख सदस्य पंडित पीयूष रावत ने सभी का आभार जताया। इस दौरान मुख्य संचालिका गुरु माता अनामिका शर्मा, व्यापारी नेता राघव वर्मा, संजय साहू, मनमोहन, नीरज स्वामी, संजय अग्रवाल, विजय त्रिवेदी, गोपाल, ऋषिका, आकाश पांडेय, रामकुमार, रोहित, विकास, वेदू, रामसिंह,अक्षत त्रिवेदी, अमित रावत, भूपेंद्र रायकवार आदि उपस्थित रहे.