शख्सियत बनाने को मशहूर है यह कॉलेज, कभी केवल राजघरानों के लिए था अब आम जनता को समर्पित

samwadbundelkhand.com | Updated : 19/02/21 06:40 AM

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Jhansi

झांसी, इंदौर से गुना और ग्वालियर में ओल्ड डेलियन से मिलने के बाद डेली कॉलेज का दल झांसी पहुंचा, यहां कई छात्र छात्राओं से दल ने मुलाकात की, उनके अनुभव जाने, गौरतलब है कि डेली कॉलेज इंदौर 150 वर्ष पूरे कर चुका है, कभी राजघरानों के लिए शुरू हुआ यह कॉलेज अब आम जनता के लिए भी अपनी सेवाएं दे रहा है, गाइडलाइन का पालन स्थापना उत्सव को बेहतर से बेहतरीन बनाने के लिए और कोविड-19 का पालन करते हुए कॉलेज का दूसरा दल भोपाल सागर और तीसरा दल बैतूल छिंदवाड़ा जबलपुर सतना कटनी और छतरपुर का भ्रमण कर रहा है, झांसी आने वाले दल की शुरुआत 17 फरवरी को सुबह हुई सड़क मार्ग से सबसे पहले यह दल गुना पहुंचा जहां करीब 40 से ज्यादा पुराने स्टूडेंट्स ने कार्यक्रम में सहभागिता की, कई ओल्ड डेलियन ग्वालियर में शिरकत करते नजर आए और झांसी आकर इस दल ने उस मुकाम को हासिल किया जिसकी सोच के साथ इंदौर से अपनी यात्रा शुरू की थी, शिक्षा की बेहतरीन गुणवत्ता की वजह से आज कॉलेज चरम ऊंचाइयों पर है, कभी भी फालतू नहीं कोरोना काल में कॉलेज के छात्र छात्राओं ने एक फिल्म का निर्माण भी किया है, इसके अलावा स्पोर्ट्स एक्टिविटीज के लिए इंटरनेशनल डिबेट के लिए कालेज विख्यात है, कॉलेज से तीन अलग-अलग दल भ्रमण पर निकले हुए हैं जो शहर शहर पहुंचकर अपने पुराने छात्र छात्राओं से मिल रहे हैं, इन्हीं में से एक दल का नेतृत्व वरिष्ठ अध्यापक डॉ देवयानी कर रही हैं, उनके साथ डॉ योगेश शुक्ला और दुर्गा सिंह झांसी पहुंचे, यहां एक निजी होटल में छात्र छात्राओं से मुलाकात के बाद कहीं पुरानी यादें ताजा हूं, 150 साल पहले डेली कॉलेज की शुरुवात 110 एकड़ के केंपस की गई थी,होलकर फैमिली की तरफ से यह जगह भेंट की गई और उसके बाद भारत के कई बड़े घरानों ने यहां पर स्टेडियम, खेलकूद, शिक्षा की बेहतर गुणवत्ता के लिए अपनी अपनी तरफ से काफी कुछ को समर्पित किया,विश्व स्तर पर ज़ी-30 में कॉलेज सम्मान पा चुका है,



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