झाँसी, मण्डलायुक्त सुभाष चन्द्र ने प्रातः 10.30 बजे जिला पंचायत कार्यालय का औचक निरीक्षण किया, जिसमें निरीक्षण के दौरान अपर मुख्य अधिकारी के देरी से पहुंचने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुये एएमए सहित सभी अनुपस्थित कर्मियों का स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश दिये। जबकि एएमए परिसर में स्थित आवास में ही रहते हैं, वह निरीक्षण की सूचना मिलने पर आये थे। निरीक्षण में लेखाकार तथा वित्तीय परामर्शदाता सहित 10 कर्मचारी अनुपस्थित रहने पर अपर मुख्य अधिकारी को निर्देश दिए वह स्वयं सहित अन्य सभी अनुपस्थित कर्मचारियों का तीन दिन मे स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें। पानी के 06 टैंकरो से पानी टपक रहा परिसर में निरीक्षण के दौरान 2 ट्रैक्टर भी खड़े थे, और पानी के 06 टैंकरो से पानी टपक रहा था, इस संबंध में एएमए ने बताया कि इनका उपयोग गर्मियों में पेयजल आपूर्ति के लिए किया जाता है, जिस पर कमिश्नर ने इन टेंकर व ट्रेक्टरों का समय समय पर उपयोग करते रहने के निर्देश दिए ताकि संचालन की स्थिति बनी रहे। निरीक्षण में पाया गया कि जिस गेट से सामान्य रूप से प्रवेश होता है वह बहुत ही संकरा है, जबकि दूसरी ओर एक बड़ा गेट है, इस गेट को सामान्य प्रवेश द्वार के रूप में प्रयोग करने के निर्देश दिए। जिला पंचायत द्वारा बेची गई जमीन पर दुकान तथा भवनों के ऊंचे निर्माण होने से कार्यालय का मुख्य भाग दब गया है, इस संबंध में एएमए को निर्देश दिए कि भविष्य में सतर्क रहने की जरूरत है। सेनेटाइजर व्यवस्था गायब कार्यालय में कोविड-19 हेल्प डेस्क संचालित नहीं थी और सेनेटाइजर की व्यवस्था नहीं मिलने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए व्यवस्था में सुधार के निर्देश दिए। परिसर में विद्युत के तार लटके हुए थे, जिन्हें तत्काल व्यवस्थित कराने के निर्देश दिए। परिसर में जगह-जगह गन्दगी पाये जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुये तत्काल सफाई व्यवस्था कराने के निर्देश दिये और कार्यालय में भविष्य में समय से आने के लिये निर्देशित किया।